भवानी भाई की कविता
असमंजस
दुख की नदी तो
तैर कर पार की जा सकती है
आनंद के सागर का क्या होगा !
*********
( इदंनमम )
भवानी भाई की कविता
असमंजस
दुख की नदी तो
तैर कर पार की जा सकती है
आनंद के सागर का क्या होगा !
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( इदंनमम )
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