चीनी कवि सू तुंग पो की कविताएं
Su Tung-Po (1037–1101)
(बरास्ता अंग्रेज़ी से अनुवाद : प्रियंकर पालीवाल )
बेटे के जन्म पर
जब होता है बच्चे का जन्म
परिवार करता है कामना वह मेधावी हो, निकले बुद्धिमान
मैंने अपनी मेधा से नष्ट किया अपना समूचा जीवन
रहा हूं हैरान और परेशान
करता हूं उम्मीद कि बच्चा निकलेगा अज्ञानी और मूर्ख
इस तरह जिएगा शांत-सुखी जीवन
बन सकेगा राजमंत्री महान !
2.
यादगार
पृथ्वी पर हमारे जीवन की तुलना किससे की जा सकती है ?
बर्फ पर उतरते
हंसों के झुंड से .
जो कभी-कभी अपने पदचिह्न छोड़ जाता है । .
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नाम सू तुंग पो है; पर लिखे किसी भारतीय कवि की तरह ही हैं।
उनका सेश भी ऐसा ही होगा। नहीं?
By: Gyandutt Pandey on जून 14, 2015
at 12:43 अपराह्न
🙂
By: प्रियंकर on जून 15, 2015
at 6:34 पूर्वाह्न