सांग का पूरा ग्यान का ऊरा , पेट का तूटा डिंभ का सूरा
बदन्त गोरखनाथ न पाया जोग , करि पाखंड रिझाया लोग ।
( जो स्वांग करने में पूरा और ज्ञान में अधूरा है ,जिसका पेट खाली है (बड़ा पेट जिसमें समाता बहुत है) और जो दंभ करने में शूर-वीर है,गोरख कहते हैं उसे योग नहीं प्राप्त होता । वह केवल पाखंड कर लोगों को प्रसन्न करना जानता है । )
— गुरु गोरखनाथ ( 11 वीं/12वीं शताब्दी)
सुन्दर ज्ञान।
By: प्रवीण पाण्डेय on मार्च 27, 2014
at 8:36 पूर्वाह्न
Howdy just wanted to give you a brief heads up and let you know a few of the images aren’t loading
properly. I’m not sure why but I think its a linking issue.
I’ve tried it in two different browsers and both show the same results.
By: http://youtu.be/ on अगस्त 8, 2014
at 8:30 अपराह्न